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गोरखपुर: रिटायर्ड शिक्षक से 14 लाख की ठगी, पाक आतंकियों से लिंक बताकर धमकाया

On: Saturday, August 2, 2025 6:19 PM
online fraud in gorakhpur
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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में शातिर साइबर ठगों ने खुद को एनआईए अधिकारी बताकर एक रिटायर्ड टीचर के साथ धोखाधड़ी कर 14 लाख रुपए अपने खाते में ट्रान्सफर करा लिए। अपराधियों ने टीचर को पहले पाक आतंकियों से लिंक बताकर धमकाया और फिर इस ठगी को अंजाम दे दिया। पीड़ित ने साइबर सेल में अपनी शिकायत दर्ज कराई है।  

पीड़ित को 24 घंटे तक रखा डिजिटल अरेस्ट

73 वर्षीय इंद्रजीत शुक्ल (रिटायर्ड शिक्षक) गोरखनाथ थाना क्षेत्र जनपद गोरखपुर के निवासी हैं। इंद्रजीत ने पुलिस को जानकारी देते हुये बताया कि उनके पास 27 जुलाई को दिन में करीब 3 बजे उनके मोबाइल पर एक वॉट्सऐप काल आया । कॉलर ने खुद को एनआईए का अधिकारी बताते हुये कहा कि तुम पाकिस्तानी आतंकियों से बातचीत कर उनसे पैसे का लेन देन भी करते हो ।

आरोपों को सुनकर पीड़ित ने कॉलर से कहा कि आपको गलतफहमी हुई है। बुजुर्ग आदमी आखिर ऐसा क्यों करेगा? लेकिन जब कॉलर ने इंद्रजीत को धमकाया तो वह उसके बिछाए जाल में फंस गए।

इसके बाद साइबर ठग ने बातचीत करते हुये पीड़ित को जेल भेजने का भय दिखाकर इंद्रजीत शुक्ल से 14 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। बैंक खाता किसी मोज बेनीवाल नाम के दर्ज है।

पीड़ित ने आगे बताया कि धमकी से डरकर कॉल आने के अगले दिन यानि 28 जुलाई को अपनी बैंक में जाकर अपराधी द्वारा दिये गए खाते में 14 लाख रुपए ट्रान्सफर कर दिये। जिसके बाद शातिर ने अपना फोन बंद कर लिया। पुलिस के मुताबिक इंद्रजीत शुक्ल को करीब 24 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया।

ठगी के बाद बंद किया फोन

पीड़ित द्वारा रुपये भेजने के बाद साइबर फ्रॉड ने अपना फोन बंद कर लिया। इसके बाद इंद्रजीत शुक्ल को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ।

पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के साथ ही मोज बेनीवाल नामक व्यक्ति का खाता फ्रीज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। पीड़ित ने बताया कि  वॉट्सऐप काल आने से लेकर पैसे ट्रान्सफर होने तक उसकी जालसाज से बात होती रही।

यदि आपको कोई अनजान नंबर से कॉल करके डरा धमकाकर पैसे मांगने का दवाब बनाए तो अपनी समझ से खुद उसकी जांच करें। साइबर ठग अक्सर लोगों को लालच और डर दिखाकर मानसिक दबाव बनाते हैं।

भारत सरकार द्वारा जारी हेल्प लाइन नंबरों पर कॉल करके इसकी जानकारी भी दे सकते है। पुलिस और कोई भी सुरक्षा एजेंसी किसी को गिरफ्तारी का डर दिखाकर पैसे भेजने के लिए नहीं कहती ।

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