Cyber Crime: बढ़ते मोबाइल उपभोक्ताओं के साथ साइबर अपराध की घटनाएँ भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।अपराधी अब साइबर ठगी करने के नए नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसा ही एक तरीका इस्तेमाल कर बिहार के सीतामढ़ी में साइबर जालसाजों ने बिना OTP लिए खाताधारक के खाते से 7 लाख से ज्यादा रुपए निकाल लिए।
हैरानी की बात यह है कि उसे अपने साथ हुई ठगी की जानकारी करीब दो महीने बाद हुई। जब वह अपने खाते से पैसा निकालने बैंक पहुंचा।
बिहार के सीता मढ़ी में साइबर अपराधियों ने रामपुकार सिंह नाम के एक व्यक्ति के खाते से 7 लाख 62 हज़ार रुपए पार कर दिये। ये काम ठगों ने इतनी सफाई से किया है कि किसी को पता ही नहीं चला। पुलिस भी तमाम प्रयासों के बाद भी इस तरह की घटनाओं पर लगाम नहीं लगा पा रही है और कुछ लोग जानकारी के अभाव में इस तरह की घटनाओं का शिकार हो रहे हैं।
पूरा अकाउंट खाली कर दिया ठगों ने
बिहार के सीतामढ़ी जिले के हरि छपरा गाँव के रहने वाले रामपुकार सिंह का खाता एसबीआई की डुमरा शाखा में है। बीते 28 जुलाई को जब वह किसी काम के लिए पैसे निकालने अपने बैंक पहुंचे तो कैशियर ने बताया कि आपके खाते में कोई भी राशि शेष नहीं है। रामपुकार ने कैशियर से दोबारा से खाता चेक करने को कहा। जब फिर से यही जवाब मिला तब रामपुकार का माथा ठनका और अपने साथ हुई धोखाधड़ी होने का अहसास हुआ।
30 से ज्यादा बार में निकाले गए पैसे
साइबर ठगों ने रामपुकार के खाते से 2 महीनों में 30 से ज्यादा बार में पैसो की निकासी की। बैंक अधिकारियों की माने तो 24 मई से ही साइबर अपराधियों ने खाते से पैसे निकालने शुरू कर दिये थे। बैंक अधिकारी भी अचरज में हैं कि इतनी बड़ी ठगी बिना OTP और एसएमएस आए कैसे हो गयी। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में अपने साथ हुई ठगी की एफआईआर दर्ज कराई है। जिसके बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है ।
इंटरनेट बैंकिंग से खाली किया खाता
साइबर फ्रॉड ने खाते से बिना ओटीपी और अलर्ट संदेश के 7 लाख से ज्यादा रुपये निकाल लिए। पुलिस में शिकायत करते हुये रामपुकार ने अपने खाते का विवरण भी उपलब्ध कराया है। खाते से ज़्यादातर निकासी इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से हुई हैं ।
ठगी का संभावित कारण
पुलिस और बैंक अधिकारियों के अनुसार रामपुकार सिंह के साथ ठगी का संभावित कारण उनके द्वारा किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करना अथवा किसी अंजान व्यक्ति को रिमोट एक्सेस एप की अनुमति प्रदान करना हो सकता है। बैंक अधिकारी भी अपने स्तर पर गलत निकासी के कारणों के बारे में जानकारी कर रहे है ।