साइबर अपराधी आम लोगों के साथ धोखाधड़ी करने से नहीं चूक रहे थे लेकिन इस बार उन्होंने रायबरेली के एक थाने में तैनात क्राइम इंस्पेक्टर को ही अपना शिकार बना लिया। अपराधियों ने पुलिस निरीक्षक के मोबाइल पर निमंत्रण पत्र जैसी दिखने वाली एक फर्जी APK फाइल भेजी। जैसे ही पुलिस अफसर ने उस पर क्लिक किया, उनके बैंक खाते से कई बार में कुल 1 लाख 84 हजार 336 रुपए गायब हो गए। घटना के बाद पीड़ित इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने लालगंज कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
यूपीआई से निकली गयी है रकम
जानकारी के मुताबिक, थाना करहल (मैनपुरी) के ग्राम पृथ्वीपुर निवासी अनिल कुमार सिंह पुत्र रघुवीर सिंह रायबरेली के लालगंज थाने में अतिरिक्त निरीक्षक के पद पर तैनात हैं। उनके द्वारा दी गयी तहरीर में बताया गया कि 3 और 4 सितंबर 2025 को उनके खाते से कई बार पैसे निकाले गए। यह सभी ट्रांजैक्शन यूपीआई के जरिए किए गए हैं।
ठगी के पहले दिन यानी 3 सितंबर को ठगों ने खाते से सबसे पहले 16,809 रुपए निकाले। इसके कुछ देर बाद 20,000 रुपए और फिर 19,208 रुपए ट्रांसफर किए गए। इसके बाद 28,515 रुपए और 9,804 रुपए की रकम भी खाते से उड़ा ली गई। साइबर ठग यही नहीं रुके, अगले दिन यानी 4 सितंबर को फिर से 8,400 रुपए, 50,000 रुपए और 40,000 रुपए का ट्रांजैक्शन कर लिया गया। पीड़ित के खाते से दो दिन में खाते से कुल 1,84,336 रुपए निकाल लिए गए।
बड़ी धनराशि एक ही खाते में हुई ट्रान्सफर
इंस्पेक्टर के मुताबिक उनका खाता बैंक ऑफ बड़ौदा में है। जब वे 8 सितंबर को बैंक पहुंचे और वहां जानकारी कर बैंक स्टेटमेंट निकलवाया। इससे साफ हुआ कि 40,000 और 50,000 रुपए की रकम एसबीआई के एक ही खाते में ट्रांसफर हुई है। बैंक से आरोपी के खाते की जानकारी भी मिली है। आगे की कार्रवाई के लिए इंस्पेक्टर ने यह डिटेल पुलिस को सौंप दी है।
आरोपियों तक पहुँचने का प्रयास कर रही पुलिस
पुलिस का कहना है कि अपराधियों ने जिस तरह से लिंक भेजकर ठगी की है, यह साइबर अपराध का नया तरीका है। कुछ दिन पहले भी इस तरह की घटनाएँ देखी गयी थी। सीओ लालगंज गिरिजा शंकर त्रिपाठी ने पुष्टि की कि ठगी के संबंध में लालगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। साथ ही अनजान लिंक पर क्लिक न करने की सलाह दी है।








