वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में साइबर ठगी का शिकार हुए पीएसी के रिटायर्ड कंपनी कमांडर लल्लन प्रसाद को तीन साल बाद बड़ी राहत मिली है। साइबर अपराधियों द्वारा ठगे गए पूरे 43 लाख रुपये साइबर थाना पुलिस की मेहनत के बाद आखिरकार उनके खाते में वापस आ गए। मेहनत के पैसों को वापस पाकर लल्लन प्रसाद ने खुशी व्यक्त करते हुये पुलिस का आभार प्रकट किया है।
कैसे हुई थी ठगी?
गाजीपुर जनपद के गहमर थाना क्षेत्र के रहने वाले लल्लन प्रसाद 25वीं पीएसी रायबरेली में कंपनी कमांडर पद से सेवानिवृत्त हुए थे। रिटायरमेंट के बाद उन्हें जीपीएफ और अन्य मदों से 73.85 लाख रुपये मिले थे। लल्लन प्रसाद के मुताबिक उनके पास 04 फरवरी 2022 को उनके मोबाइल पर एक कॉल आई।
कॉलर ने खुद को गाजीपुर ट्रेजरी में नियुक्त होने की बात कही और पूछा कि आपको पेंशन किस खाते में चाहिए। चूंकि लल्लन प्रसाद हाल ही में सेवा निवृत्त हुये थे तो वह ठग पर विश्वास कर बैठे। उन्होंने कॉलर को बताया कि वे ग्रामीण बैंक में पेंशन लेना चाहते हैं। भरोसे में लेकर ठग ने उनसे एक ऐप डाउनलोड करा लिया। इसके बाद ठग ने पीड़ित के मोबाइल पर एक ओटीपी भेजकर उनके बैंक खाते से 43 लाख रुपये गायब कर दिये।
तीन साल की जांच, फिर मिली सफलता
ठगी के एक दिन बाद पीड़ित लल्लन प्रसाद ने 05 फरवरी 2022 को वाराणसी साइबर क्राइम थाना में मुकदमा दर्ज कराया। मामले की जांच साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक गोपाल जी कुशवाहा के नेतृत्व में इंस्पेक्टर राकेश कुमार गौतम, सब इंस्पेक्टर संजीव कुमार, श्याम लाल गुप्ता और हेड कांस्टेबल गोपाल चौहान द्वारा शुरू की गयी।
जांच के दौरान पीड़ित से ठगे गए पैसो से जुड़े कई बैंक खातों के बारे में पता चला जिन्हें टीम द्वारा तुरंत होल्ड करा दिया गया। पुलिस टीम की लगातार मेहनत और बैंकों के साथ समन्वय स्थापित कर पीड़ित की तरफ से न्यायालय में सबूत रखे गए और बैंकों के कानूनी सलाहकारों को भी जरूरी जानकारी दी। जिसके बाद न्यायालय ने लल्लन प्रसाद का पैसा उनके बैंक खाते में वापस करने का आदेश कर दिया। मामले में पुलिस 10 साइबर ठगों को भी गिरफ्तार कर चुकी है।
आंखों में छलक आए खुशी के आंसू
रुपये वापस मिलने की खबर सुनकर पीड़ित लल्लन प्रसाद भावुक हो गए। उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। उन्होंने पूरी साइबर क्राइम टीम का आभार जताया। सहायक पुलिस आयुक्त विदुष सक्सेना ने जानकारी देते हुये बताया कि मामले में कुल 17 साइबर ठगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।