देश में त्योहारों का मौसम शुरू होते ही बाजारों में रौनक बढ़ जाती है। लोग ऑनलाइन शॉपिंग और डिजिटल पेमेंट के जरिये ख़रीदारी करने लगते हैं। लेकिन इसी दौरान साइबर ठग भी ग्राहकों के साथ धोखेबाजी करने के लिए सबसे ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। उत्पादों पर बड़ी छूट, फ्री गिफ्ट और आकर्षक कैशबैक जैसे लालच देकर ठग लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। थोड़ी सी लापरवाही आपके बैंक खाते को मिनटों में खाली कर सकती है।
आकर्षक ऑफर देकर ग्राहकों को फसाते हैं ठग
जांच एजेंसियों के मुताबिक, हर बार ठगों द्वारा ठगी के नए पैंतरे अपनाए जाते हैं। वे असली शॉपिंग वेबसाइट जैसी दिखने वाली फर्जी वेबसाइट और मोबाइल ऐप तैयार कर लेते हैं। ग्राहक यहां पेमेंट करके ऑर्डर प्लेस करता है लेकिन उसे सामान कभी नहीं मिलता और उसका पैसा गायब हो जाता है।
इसके अलावा ठग उपभोक्ताओं को फेक एसएमएस, ई-मेल और व्हॉट्सऐप मैसेज भेजकर 90% डिस्काउंट, फ्री गिफ्ट कार्ड और आकर्षक कैशबैक का झांसा देते हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति इन लिंक पर क्लिक करता है, उसकी बैंकिंग डिटेल सीधे ठगों तक पहुंच जाती है। जिससे ग्राहक को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
कई बार साइबर अपराधी रिफंड, कैशबैक या इनाम का बहाना बनाकर लोगों से ओटीपी और कार्ड की जानकारी भी मांग लेते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी ठग बहुत सस्ते दाम में ब्रांडेड सामान दिखाकर विज्ञापन डालते हैं। जिसके झांसे में आकर लोग पेमेंट कर देते हैं और उसके बाद वो पेज हमेशा के लिए गायब हो जाता है।
ऑनलाइन ख़रीदारी के दौरान बचाव के उपाय
ऑनलाइन शॉपिंग करते समय जरूरी है कि आप सिर्फ कंपनी या ब्रांड की ऑफिशियल वेबसाइट या ऐप से ही खरीदारी करें। ईमेल या एसएमएस पर भेजी गयी किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें और संदिग्ध मैसेज या कॉल का जवाब न दें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि किसी भी परिस्थिति में किसी के साथ अपना ओटीपी या बैंक डिटेल शेयर न करें। ऑनलाइन पेमेंट करने से पहले वेबसाइट का यूआरएल जरूर चेक कर लें और सोशल मीडिया पर दिख रहे सेल ऑफर पर भरोसा करने से पहले कंपनी की ऑफिशियल साइट से इसकी जांच जरूर कर लें।
क्या कहते है एक्सपर्ट
साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक त्योहारों के सीजन में ठग सबसे ज्यादा सक्रिय होते हैं और ग्राहकों को भारी छूट और इनाम का लालच देकर फंसाते हैं। ऐसे में सतर्क रहना ही सबसे बड़ा बचाव है। बेवजह के लालच को छोड़े क्यों कि लालच ठगी की पहला स्टेप है। थोड़ी सी लापरवाही आपको बड़ी ठगी के मुंह में धकेल सकती है।