साइबर क्राइम: उत्तर प्रदेश के बहराइच में साइबर ठगों ने खुद को बैंक अधिकारी बताकर सीएचसी अधीक्षक डॉ. कुंवर रितेश के साथ ठगी कर डाली। जालसाज़ों ने डॉक्टर को उनका बैंक खाता सत्यापित करने के नाम पर फोन किया और कहा कि आपका बैंक खाते का वेरिफिकेशन शेष है। ठगों की बातों में आकर डॉ. कुंवर रितेश ने उनके मोबाइल पर एक एप डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजा।
ठगों ने दो बार में उड़ाए रुपए
एप को इन्स्टाल करते ही अपराधियों ने उसमें आधार नंबर डालने के लिए कहा डॉक्टर ने जैसे ही एप में आधार नंबर डाला उनके खाते से दो बार में 24600-24600 रुपए कट गए। जिसके बाद उनको अपने साथ हुई ठगी के बारे में अहसास हुआ। यह पूरा घटनाक्रम तब हुआ जब वह अधिकारियों के एक मीटिंग में व्यस्त थे।
खाते से पैसे कटने के बाद पीड़ित ने अपनी शिकायत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर की और फिर साइबर थाना जाकर शिकायत दर्ज कराकर गुरुवार को पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया तब जाकर पुलिस हरकत में आयी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
साइबर थाना पुलिस जांच में जुटी
अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बहराइच दुर्गा प्रसाद तिवारी ने जानकारी देते हुये बताया कि सीएचसी अधीक्षक के साथ हुई ठगी के मामले में फिलहाल जांच चल रही है और साइबर थाना पुलिस ठगों का पता लगाने में जुटी है।
उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए बताया कि किसी भी बैंक वेरिफिकेशन कॉल या लिंक पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। कोई भी बैंक कर्मचारी कभी भी फोन पर आधार नंबर, ओटीपी या संवेदनशील जानकारी नहीं मांगते। सावधानी ही साइबर ठगी से बचने का सबसे बड़ा हथियार है।