देहरादून: उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स ने लाखों की साइबर ठगी का खुलासा किया है। इस मामले में एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश के नोएडा से दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, दोनों आरोपी निवेश पर मोटा मुनाफा होने का लालच देकर लोगों से ठगी कर रहे थे।
फर्जी कंपनी बनाकर खोले दर्जनों खाते
एसटीएफ की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने फर्जी नाम से कंपनी पंजीकृत कराई थी। इसी फर्जी कंपनी के नाम का इस्तेमाल करके वे लोगों का विश्वास हासिल करके उनके नंबर व निजी जानकारी हासिल करते। फिर उनके साथ धोखाधड़ी को अंजाम देते। आरोपियों द्वारा देश भर के कई बैंक शाखाओं में 18 से 20 चालू खाते खोले गए थे, जिनका उपयोग ठगी के लिए किया जा रहा था।
लाखों रुपए की धोखाधड़ी
रुड़की (हरिद्वार) के रहने वाले एक व्यक्ति ने निवेश से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए गूगल पर सर्च किया। तो उसे फेसबुक पर CryptoProMarkets नाम का एक पेज मिला, जिस पर देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का एआई निर्मित एक फेक वीडियो चल रहा था। वीडियो में एक फेक योजना के तहत बताया जा रहा था कि सिर्फ 21 हजार रुपये निवेश करने पर सात दिनों में साढ़े छह लाख रुपए मिलेंगे।
लालच में आकर पीड़ित ने पेज पर दिये एक फेसबुक लिंक से अपनी निजी जानकारी भरकर रजिस्ट्रेशन कर दिया। इसके बाद ठगों ने फोन से संपर्क कर उसे जाल में फसा लिया। जालसाजों ने उससे 7 मई 2025 से 29 मई तक अलग-अलग खातों में रकम डलवाकर 66 लाख 21 हजार रुपये की ठगी कर ली।
विदेशी कनेक्शन भी आया सामने
पुलिस ने जानकारी देते हुये बताया कि गिरफ्तार किए गए नोएडा, सैक्टर-45 के रहने वाले दोनों आरोपियों के नाम नितिन गौर पुत्र शीतल प्रसाद गौर (34) और निक्कू बाबू पुत्र कैलाश बाबू (29) हैं। दोनों साइबर अपराधी विदेश में बैठे अंतर्राष्ट्रीय गिरोह से जुड़े हुए है। धोखेबाज ठगी के दौरान अपनी पहचान छिपाने के लिए VPN, Proxy Server, Tor Browser और पब्लिक Wi-Fi का इस्तेमाल करते थे। पुलिस को चकमा देने के लिए वे अपने बैंक खातों से जुड़े SMS अलर्ट भी दूसरों के मोबाइल और पहचान आईडी पर रजिस्टर कराते थे।
पुलिस ने नोएडा से दबोचे दो आरोपी
पीड़ित की शिकायत दर्ज होने के बाद साइबर क्राइम पुलिस ने बैंकों, टेलीकॉम कंपनियों, डोमेन होस्टिंग और मेटा कंपनी से डेटा एकत्रित किया। उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ इकाई ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर नोएडा में दबिश देकर ठगी करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। नवनीत भुल्लर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी होगी।