मऊ के कोपागंज थाना क्षेत्र में रहने वाले मोहम्मद तनवीर साइबर अपराधियों की धोखाधड़ी का शिकार हो गए। कोपागंज के जुम्मनपुरा निवासी मोहम्मद तनवीर को बीते 19 अगस्त की सुबह अचानक एक कॉल आयी। कॉल करने वाले आदमी ने खुद को क्राइम ब्रांच का एक अधिकारी बताया और फोन पर सीधे धमकाना शुरू कर दिया। कॉलर ने पीड़ित को धमकाते हुये कहा कि उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं और अगर जांच में सहयोग नहीं किया तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। मुकदमे को निपटाने के एवज में ठग द्वारा तनवीर से रुपयों की डिमांड की गयी ।
फोन पर अचानक इस तरह की बात सुनकर तनवीर घबरा गए। तनवीर ने बिना जाँचे परखे शातिर ठग की बातों पर भरोसा कर लिया। साइबर अपराधी तनवीर पर पैसे देने के लिए लगातार दबाव बनाता रहा और आखिरकार तनवीर ने ठग को दो किस्तों में क्रमशः 25500 और 16500 रुपए कुल 42 हजार रुपये भेज दिए।
परिजनों ने दर्ज कराई शिकायत
ठग को पैसे भेजने के बाद भी तनवीर डर और तनाव में रहे। उन्होंने काफी दिनों तक अपने साथ हुई ठगी की घटना के बारे में किसी को नहीं बताया। आखिरकार जब परिवार को किसी तरह तनवीर के साथ हुई धोखाधड़ी के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने तनवीर को समझाया कि यह कोई असली केस नहीं बल्कि एक साइबर ठगी है। इसके बाद परिजनों ने तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस जांच में जुट गयी है। पुलिस घटना में शामिल लोगों की तलाश कर रही है । पुलिस ने लोगों को चेतावनी दी है कि किसी भी अनजान कॉल पर डरकर तुरंत पैसे ट्रांसफर न करें। सरकारी अधिकारी कभी भी फोन पर इस तरह पैसे की मांग नहीं करते। अगर आपके पास भी इस तरह का कॉल आए तो तुरंत 1930 नंबर पर शिकायत करें या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।