हैदराबाद के पुराना पुल इलाके में पूजा पाठ का काम करने वाला एक 52 वर्षीय व्यक्ति ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गया। जालसाजों ने खुद को सेना का अधिकारी बताकर उनसे 5.99 लाख रुपये उड़ा लिए।
सेना का कैप्टन बताकर की ठगी
पीड़ित की शिकायत के मुताबिक, बीते 23 अगस्त को उन्हें एक शख्स का फोन आया जिसने खुद को सिकंदराबाद मिलिट्री ऑफिस में तैनात कैप्टन अमन कुमार बताया। उसने पीड़ित से कहा कि कर्नल साहब की तबीयत खराब है और उनके लिए 11 दिन की पूजा रखी गई है, जिसमें 21 पंडितों की आवश्यकता है। इसके लिए पुजारी को 3 लाख रुपये अग्रिम भुगतान करने की बात भी कही गई और भरोसा दिलाने के लिए वीडियो कॉल करने को कहा।
छोटे ट्रायल पेमेंट से जीता भरोसा
इसके बाद, ठग ने एक अन्य नंबर से पुजारी को वीडियो कॉल कर अपने फोन में PhonePe और Google Pay एप्लिकेशन खोलने के लिए कहा। उसने पहले भरोसा जीतने के लिए पीड़ित के खाते में 10 रुपये भेजे और फिर क्रेडिट कार्ड डिटेल्स और पिन मांगते हुए अपने खाते में अलग-अलग ट्रांजैक्शन करवा लिए। पीड़ित ने इसे पेमेंट प्रक्रिया समझकर कई बार में 2 लाख, 1 लाख, 1.99 लाख, 5 हजार और 95 रुपये की रकम अपने खाते से ट्रांसफर कर दी। धोखाधड़ी का एहसास होने पर पीड़ित ने तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी परिस्थिति में एटीएम पिन, ओटीपी, क्रेडिट या डेबिट कार्ड की डिटेल किसी के साथ शेयर न करें, चाहे सामने वाला खुद को सेना, सरकारी विभाग या किसी बड़ी संस्था का कर्मचारी बताए। उन्होंने यह भी साफ किया कि भुगतान प्राप्त करने के लिए या रिफंड के लिए कभी भी पिन या ओटीपी दर्ज करने की जरूरत नहीं होती।
छोटे पेमेंट जैसे 1 या 10 रुपये भेजकर धोखेबाज अक्सर भरोसा जीतने की कोशिश करते हैं, इसलिए ऐसे ट्रांजैक्शन से सतर्क रहें। साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत 1930 डायल करें या cybercrime.gov.in पर अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करें।