Cyber fraud in Bihar: साइबर अपराधों से देश का कोई भी राज्य सुरक्षित नहीं है। ताजा मामला बिहार से जुड़ा हुआ है, जहां साइबर जालसाजों ने एक प्राइवेट बैंक को ही निशाना बना 251 खातों से 5.58 करोड़ रुपये साफ कर दिये। जानकारों के अनुसार यह बिहार में अब तक का सबसे बड़ा साइबर फ्रॉड है।
बिहार की राजधानी पटना में साइबर क्राइम का एक अलग नमूना सामने आया है जिसमें साइबर अपराधियों ने फिनो पेमेंट्स बैंक नाम की एक निजी बैंक के कई शाखाओं के करीब 250 से ज्यादा खातों से 5.58 करोड़ रुपयों की ठगी कर ली। जानकारों के मुताबिक ये सभी खाते अलग-अलग ब्रांच से जुड़े हुये हैं।
क्लोनिंग के जरिए वारदात को अंजाम
अभी तक की पुलिस जांच में जानकारी हुई है कि ये धोखाधड़ी बायोमेट्रिक पहचान की क्लोनिंग कर अंजाम दी गयी है। मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने जांच के बाद से अभी तक लगभग 38 लाख 87 हजार रुपये की रिकवरी कर ली है।
साइबर क्रिमिनल्स ने सबसे ज्यादा अररिया जिले की बैंक शाखाओं पर सबसे ज्यादा सेंधमारी की है। यहाँ से ठगों ने करीब 3 करोड़ से ज्यादा रुपयों की निकासी की। इसके अलावा नवादा, पटना, और नालंदा के बैंक खातों से भी पैसे निकाले गए हैं।
AePS आधारित बायोमेट्री क्लोनिंग कर निकाले रुपए
फिनो पेमेंट बैंक आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) के माध्यम से दूर दराज के इलाकों में बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है। गांवों के लोग वहाँ उपलब्ध सेवा केंद्र के जरिए बायोमेट्रिक या आधार सत्यापन से पैसे जमा करते और निकालते हैं।
गाँव के भोले भाले लोगों का फायदा उठाकर साइबर ठगों ने आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम पर की जानी वाली बायोमेट्रिक पहचान की क्लोनिंग कर अलग-अलग खातों में से यह धनराशि पार कर दी। फिनो पेमेंट्स बैंक के ब्रांच मैनेजर मनीष रोशन की तरफ से मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। जिसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई को सौंपी गयी है।
अररिया के बैंक खाते सबसे ज्यादा प्रभावित
बैंक मैनेजर की प्राप्त तहरीर के अनुसार ठगो ने ग्राहकों से जुड़ी निजी जानकारी लीक होने के कारण इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया है । यह ठगी बिहार के 17 जिलो में की गयी है। जिनमें अररिया, पटना, सुपौल, नालंदा, कटिहार, जमुई, भागलपुर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय, मधेपुरा, मुंगेर, नवादा, पूर्णिया और पश्चिम चंपारण जिले शामिल हैं ।