Ghaziabad: साइबर अपराधियों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर एक बड़ी ठगी को अंजाम दिया। गाजियाबाद के रहने वाले अनुज जैन से साइबर अपराधियों ने झांसा देकर करीब 1.30 करोड़ रुपये हड़प लिए। धोखाधड़ी की जानकारी होने पर पीड़ित ने साइबर क्राइम थाना में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
दरअसल पूरा मामला 1 जुलाई 2025 से शुरू हुआ। पीड़ित अनुज जैन ने शेयर मार्केट में निवेश हेतु ऑनलाइन खाता खोलने का आवेदन किया था। इसी दौरान उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप पर एक लिंक मिला। लिंक पर क्लिक करने के बाद वे एक अन्य ग्रुप से जुड़ गए। जिसमें निवेश संबंधी टिप्स और जानकारी दी जाती थी। यही से उनके साथ साइबर ठगी का खेल शुरू हुआ।
साइबर ठग ने खुद को बताया अनुभवी निवेशक
निवेश ग्रुप की एडमिन ने खुद को एक अनुभवी निवेशक बताया और अनुज से वादा किया कि वह उसे बेहद कम समय में अच्छा रिटर्न दिला सकती है। शुरुआत में जालसाजों ने अनुज से मामूली रकम निवेश कराई। पीड़ित को गलत तरीके से फर्जी मुनाफा भी दिखाया गया। अनुज को लगा कि उसके निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल रहा है, जिससे उनका भरोसा बढ़ता गया।
गलत रिटर्न दिखा दिया धोखा
अच्छे रिटर्न के दिखने पर अनुज ने धीरे-धीरे बड़ी रकम लगानी शुरू कर दी। जुलाई से अगस्त 2025 के बीच पीड़ित ने कई बार में अलग-अलग खातों में करीब 1.30 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन जब अनुज जैन ने अपनी रकम वापस निकालनी चाही, तो ठगों ने उनसे कमीशन और टैक्स के नाम पर पैसे जमा करने की मांग शुरू कर दी। जिसके बाद उन्हें अहसास हुआ कि उनके साथ साइबर ठगी हो गयी है।
पुलिस ने लोगों से अपील
ठगी के बाद पीड़ित ने तत्काल राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल पर तीन अलग अलग शिकायतें दर्ज कराई है। पीड़ित ने निवेश के दौरान किए गए सभी लेन-देन के सबूत भी पुलिस को सौंप दिए हैं। गाजियाबाद साइबर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कमिश्नरेट पुलिस गाजियाबाद ने लोगों को चेतावनी देते हुये अपील की है। कि लोग बिना पूरी जांच-पड़ताल किए निवेश न करें। बिना सत्यापन निवेश करने पर ठगी का शिकार हो सकते हैं। निवेश करने से पहले कंपनी और प्लेटफॉर्म की सही जानकारी लेना बेहद जरूरी है।